तुझे
तुझे
आज भी , मैं अपने क्लास में तुझे खोजता हूं
एक बार फिर से दिख जाओ , बार-बार यही सोचता हूं
तेरी ही उस मुस्कान मे , मेरी सारी मुस्कान छुपी है
जो तुझे देख कर उस पल मे हॅस लिए करता था
जो दोस्त के बार- बार पूछने पर ना बताया करता और
तुझे समझ कर बार-बार उसको कस लिए करता था
Nice ... carry on
ReplyDeleteThanks.. i hope u all will be support me in my future way of writing
Delete❤
Nyc
ReplyDeleteGood keep writing
ReplyDeleteThanks rahul sir
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