मैं वापस चला जाता हूं.

मैं वापस चला जाता हूं. अच्छा तुम छोड दो मुझे मैं वापस चला जाता हूं. पर ये तो बता दो रास्ता किधर से हैं. और ये तो बता दो जाना किधर से हैं. कभी तो , तेरे लिए अपना था. अब तेरे लिए पराया हूं। उस पल तेरे दर्द का मरहम हुआ करता था पर अब सिर्फ तेरे ख्वाबों का साया हूं शायद शायद,, अब मेरा यह ख्वाब भी मर जाए पर शायद यह दर्द कभी ना भर पाए इन दर्द में यूं अकेला सा हो जाऊं और इन्हीं में हमेशा के लिए सो जाऊं अब कोशिश है कि यह दिल तेरे पास ना हो इन धड़कनों की तुझे जरा सा भी एहसास ना हो पर , तुझे नया हमदर्द भी मिल जाए. और तेरा चेहरा पहले से भी ज्यादा खिल जाए। अच्छा तुम छोड दो मुझे. मैं वापस चला जाता हूं. पर जाना ये तो बताती जाओ,, ये दर्द किस किस को बताना हैं. ये दुःख किस किस को सुनाना हैं. ये जख्म किस किस को दिखाना हैं। कितने दर्द और अभी भी अपनाना है अच्छा जाना ये तो बताओ,, तुम मुझे किस रास्ते से लेकर आयी थी. और किस रास्ते पर ...